मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र में 7 अगस्त से पहले अपनी कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा और शिंदे गुट में मंत्रियों की संख्या और विभागों को लेकर सहमति बन गई है। मंत्रिमंडल में 35 सदस्य शामिल होंगे। इस तरह सरकार में शिंदे खेमा को 40% हिस्सेदारी मिलेगी।
मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे से 21 मंत्री कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं, जबकि शिंदे गुट को 12 मंत्री पद मिल सकते हैं। 2 मंत्री पद अन्य छोटे सहयोगी दलों को मिलेेगे। 30 जून को एकनाथ शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

यह फोटो 15 जून की है। शिवसेना से बगावत के बाद गुवाहाटी की एक होटल एकनाथ शिंदे अपने बागी 39 विधायकों के साथ।
मंत्रियों के विभाग बंटवारे पर भी बन गई बात
सूत्रों की मानें तो कैबिनेट के साथ-साथ विभागों के बंटवारे पर भी बात बन गई है। भाजपा गृह, वित्त और राजस्व जैसे बड़े विभाग अपने पास रख सकती है, जबकि शहरी विकास और पथ निर्माण विभाग शिवसेना के शिंदे गुट को दिया जा सकता है। शिवसेना के दीपक केसकर ने बताया कि मंत्रिमंडल को लेकर सब कुछ फाइनल हो चुका है। इस हफ्ते कभी भी नए मंत्रियों का शपथग्रहण हो सकता है।

एकनाथ शिंदे ने 4 जुलाई को फ्लोर टेस्ट जीतने के बाद मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला था। मौके पर डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे।
कैबिनेट विस्तार में देरी क्यों, जानिए 2 अहम प्वाइंट…
- सीएम शिंदे समेत उनके गुट के 16 विधायकों की सदस्यता रद्द का मामला सुप्रीम कोर्ट में है। इस पर लगातार सुनवाई चल रही है। इसलिए कैबिनेट विस्तार अब तक टाला जा रहा है।
- भाजपा और शिंदे गुट में मंत्रियों की संख्या के साथ ही पोर्टफोलियो को लेकर अब तक बात नहीं बन पा रही थी। केंद्र में भी शिंदे गुट को हिस्सेदारी चाहिए। मामला इसलिए अटका हुआ था।
सुप्रीम कोर्ट में आज की सुनवाई अहम
शिवसेना संकट पर गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होनी है। कोर्ट ने शिंदे गुट से फाइनल ड्राफ्ट देने के लिए कहा है। कोर्ट में बुधवार को सुनवाई के दौरान CJI रमना ने कहा – हमने सुनवाई टाली तो आपने सरकार ही बना ली।
35 दिन में 6 बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं एकनाथ शिंदे
30 जून को मुख्यमंत्री बनने के बाद एकनाथ शिंदे अब तक 35 दिन में 6 बार दिल्ली का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान वे शिवसेना पर भी दावा ठोकने के लिए चुनाव आयोग और लोकसभा स्पीकर के पास गए थे। वहीं कैबिनेट विस्तार समेत कई मुद्दों पर चर्चा के लिए भाजपा हाईकमान से मिले।