तौकीर ने आरोपी बृजेश सिंह को पहचानने से किया इन्कार
पूर्वांचल में डेवलपमेंट के लिए इनवेस्टमेंट आ रहा था।इसमें ठेकेदारी पाकर हर कोई पैसा कमाना चाह रहा था। ठेकेदारी के चक्कर में दुश्मनी बढ़ी और फिर बात हत्या तक पहुंच गई।शुरुआती एक-दो हत्या ने बाद में गैंगवार का रूप ले लिया।बाहुबलियों में पूर्वांचल के किंग बनने की होड़ लगी थी। किंग बनने के लिए खूनी खेल ने पूर्वांचल की धरती को लाल कर दिया।उसी का नतीजा था उसरी चट्टी कांड।जिसमें माफिया मुख्तार अंसारी के काफिले पर जानलेवा हमला हुआ। हमले में AK- 47 राइफलें गरजी थीं।
आइए जानें पूरी कहानी
उसी उसरी चट्टी कांड में माफिया मुख्तार अंसारी को जोर का झटका लगा है।गाजीपुर की MP-MLA कोर्ट में मंगलवार को इस मामले में सुनवाई हुई,जिसमें गवाह तौकीर ने आरोपी बृजेश सिंह और त्रिभुवन सिंह को पहचानने से इनकार कर दिया।वहीं मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह इस मामले में कोर्ट में पेश नहीं हुए। सुरक्षा कारणों से 21 साल बाद दोनों जानी दुश्मन का आमना-सामना नहीं हो पाया। इस मामले पर अब अगली सुनवाई 10 जनवरी को होग