मां ने डांटा, बेटी ने गोमती नदी में छलांग लगाई।

सुलतानपुर में मोबाइल पर बात करने से मना करती थी, 12 घंटे से हो रही तलाश
सुल्तानपुर में पंद्रह वर्षीय किशोरी ने खौफनाक कदम उठाया है। फोन पर बात करता देख मां की पिटाई से नाराज होकर उसने कुछ घंटो बाद नदी में छलांग लगा दिया। 12 घंटे तक चले सर्च ऑपरेशन के बाद भी उसका पता नहीं चल सका है। एसडीआरएफ की टीम ने भी मौके पर पहुंच कर उसकी तलाश किया है।

जानकारी के अनुसार, गोसाईगंज थाना क्षेत्र अर्जुनपुर निवासी विनोद कुमार निषाद की बेटी आराधना (15) शनिवार रात मोबाइल पर किसी से बात कर रही थी। इस पर उसकी मां माधुरी ने डांट लगाते हुए पिटाई कर दिया। मां ने सोचा भी नहीं था कि इस पर बेटी कोई अनहोनी पूर्ण कदम उठा लेगी। लेकिन रविवार रविवार सुबह करीब 6 बजे आराधना अपनी छोटी बहन आंसू के साथ शौच के लिए घर से निकली थी। रास्ते में पापर घाट पुल पर पहुंचकर उसने नदी में छलांग लगा दी।
छोटी बहन को भी कूदने के लिए उकसाया
स्थानीय लोगों ने बताया कि उसने बहन को भी नदी में कूदने के लिए उकसाया, लेकिन वह डर कर पीछे हट गई। छोटी बहन ने मामले की जानकारी घर पर दी तो परिजन और ग्रामीण भागकर घटना स्थल पर पहुंचे। सबसे पहले लंभुआ कोतवाली पुलिस व तहसील के अधिकारी मौके पर पहुंचे। थोड़े समय बाद गोसाईंगंज पुलिस भी मौके पर पहुंची।स्थानीय गोताखोरों की मदद से आराधना की तलाश शुरू की गई।
नौ भाई-बहन में दूसरे नंबर पर थी किशोरी
सूचना पर एसडीएम प्रभात सिंह, सीओ आशुतोष कुमार, नायब तहसीलदार रूबी यादव, थानाध्यक्ष राम आशीष उपाध्याय और उपनिरीक्षक भारत सिंह प्रशासनिक अमले और पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। अयोध्या से एसडीआरएफ की टीम बुलाई गई।
दोपहर करीब 1:30 बजे एसडीआरएफ की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया। देर शाम 6:30 बजे तक नदी में डूबी किशोरी का पता नही लग सका था। आराधना के पिता आयोध्या में बांस-बल्ली का व्यवसाय करते हैं। आराधना नौ भाई-बहन में दूसरे नंबर पर थी। उपजिलाधिकारी प्रभात सिंह ने बताया की एसडीआरएफ टीम का सर्च अभियान जारी है।




