Covid 19 in india: कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राहत वाली खबर, डॉक्टर्स ने बताया क्यों और कैसे फैल रहा यह वायरस

भारत में COVID-19 के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. देश में कोरोना के मामले बढ़ने के पीछे ओमिक्रॉन का नया सब-वैरिएंट XBB.16 है. देश में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने बताया है कि इन मामलों के पीछे के कौन से तीन कारण हैं.

Covid-19 cases in india: भारत में कोविड-19 मामलों की संख्या में उछाल देखा जा रहा है और वहीं इससे होने वाली मौतों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. देश में पिछले सप्ताह (3 से 9 अप्रैल) के बीच 68 मौतें दर्ज की गई हैं जो (27 मार्च से 2 अप्रैल) के बीच 41 थीं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में आज मंगलवार को 5676 नए कोरोनोवायरस के मामले दर्ज किए गए थे जिससे देश में एक्टिव मामलों की संख्या बढ़कर 37,093 हो गई है. केरल में छह, दिल्ली, पंजाब और राजस्थान में तीन-तीन मौतें, कर्नाटक में दो और गुजरात, हरियाणा, महाराष्ट्र और तमिलनाडु में एक-एक मौत की जानकारी भी दी गई. कोरोना को लेकर अच्छी खबर सामने आई और एक बुरी खबर सामने आई है. एक्सपर्ट के मुताबिक, इन खबरों से आपको घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने दी राहत भरी खबर

देश में बढ़ते हुए कोरोना के मामलों को देखते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने सोमवार को कहा, ‘कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है और लोगों को सुरक्षा एवं साफ-सफाई रखने की सलाह दी जा रही है. बढ़ते मामलों के कारण लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. हमने कोरोना को पहले भी नियंत्रित किया है और हम इसे अब फिर आप सभी के सहयोग से नियंत्रित करेंगे. माना कि कोविड के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन घबराएं नहीं, स्वच्छता बनाए रखें.’.

कोरोना मामले बढ़ने के ये तीन कारण

महामारी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत में कोविड-19 हर 4-5 दिनों में दोगुना हो रहा है और इसके कारण अब हर दिन 5,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं. मामलों में मौजूदा उछाल के लिए कोरोनावायरस का XBB.1.16 वैरिएंट जिम्मेदार है. लेकिन इस संक्रमण को हल्का बताया जा रहा है जिसके कारण हॉस्पिटल में एडमिट होने की दर में वृद्धि नहीं हुई है. इसका कारण वैक्सीनेशन और भारतीयों की मजबूत इम्यूनिटी भी है.इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक, हमारे देश में हाल ही में कोविड में उछाल के पीछे कारण कोविड-19 के नियमों के पालन में कमी, टेस्टिंग कम होना और कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का सामने आना हो सकता है.

गंभीर मामले देखने को नहीं मिलेंगे

मैक्स दिल्ली के श्वसन रोग विशेषज्ञ डॉ. विवेक नांगिया के मुताबिक, ‘लोगों में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इम्यूनिटी डेवलप हो चुकी है. अभी सिर्फ 10 में से एक व्यक्ति को ही बुखार या अन्य लक्षण दिख रहे हैं क्योंकि ज्यादातर लोगों में मौजूद एंटीबॉडी वायरस को बेजान कर रही हैं. संक्रमण से आने वाली हर्ड इम्यूनिटी करीब 90 प्रतिशत लोगों में आ चुकी है. वायरस का असर अगर किसी को हो भी रहा है तो उसे सिर्फ बुखार, खांसी, बदन दर्द जैसे लक्षण ही दिख रहे हैं और वह भी दो दिन से अधिक नहीं दिख रहे हैं. आने वाले समय में मरीज तो बढ़ सकते हैं लेकिन गंभीर मामले नहीं बढ़ेंगे.

XBB 1.16 के लक्षण

XBB 1.16 वैरिएंट के कोई अलग लक्षण सामने आए हैं. कोरोना के पुराने वैरिएंट के लक्षण जैसे थकान, गले में खराश, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, नाक बहना और खांसी आदि XBB 1.16 वैरिएंट के भी लक्षण हो सकते हैं. इसके अलावा कुछ लोगों को पेट दर्द और बेचैनी और दस्त की शिकायत भी हो सकती है.

XBB 1.16 से कैसे बचें

ऊपर बताए हुए कोरोना के लक्षण अगर किसी को नजर आते हैं तो वह सबसे पहले अपने आपको आइसोलेट कर ले और फिर कोरोना की जांच कराए. वहीं मौसम बदलने के कारण फ्लू के मामलों में भी वृद्धि हुई है जिसके लक्षण कोरोना जैसे हैं. हो सकता है आपको सामान्य फ्लू हो. इसलिए बिना जांच कराए और डॉक्टर की सलाह लिए बिना कोई भी मेडिसन ना लें.इसके साथ ही खांसी, जुकाम और नाक बहने के लक्षणों को नजरअंदाज न करें और यदि ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, कोविड गाइडलाइन का पालन करें ताकि कोविड-19 के प्रसार को रोका जा सके.

 

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