पूरे देश में होगा SIR, इलेक्शन कमीशन ने सभी राज्यों के चुनाव आयुक्तों को दिया ऑर्डर, लेकिन असम-बंगाल पर फोकस क्यों?
इलेक्शन कमीशन ने पूरे देश में SIR लागू करने का आदेश दिया है, असम, तमिलनाडु, पुदुचेरी, केरल, वेस्ट बंगाल पर खास फोकस रहेगा, वोटर लिस्ट अपडेट और पारदर्शिता बढ़ेगी।

बिहार-बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) पर हो हल्ला मचाने वालों की दिक्कतें और बढ़ने वाली हैं. क्योंकि दो दिन तक चली मीटिंग के बाद इलेक्शन कमीशन ने पूरे देश में एसआईआर कराने का आदेश दे दिया है. चीफ इलेक्शन कमिश्नर ने सभी राज्यों के मुख्य चुनाव आयुक्तों को एसआईआर की तैयारियां फटाफट पूरी करने का हुक्म दिया है।
SIR वोटर लिस्ट को अपडेट करने का एक तरीका है. इससे हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश (UT) में वोटरों की सही गिनती हो सकेगी. बिहार में पिछला SIR को 10 सितंबर 2025 को खत्म हुआ था. अब इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी है. चुनाव आयोग का मकसद है कि आने वाले चुनावों में वोटिंग सिस्टम बिल्कुल सटीक और पारदर्शी हो. इसीलिए सभी मुख्य चुनाव आयुक्तों को हर कदम पर अलर्ट रहने को कहा गया है.
बैठक में क्या-क्या हुआ?
दो दिन चली इस बैठक में देशभर के CEOs ने अपनी-अपनी प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश की. बैठक में असम, तमिलनाडु, पुदुचेरी, केरल और वेस्ट बंगाल जैसे राज्यों के साथ वन-टू-वन मीटिंग हुई, ताकि हर जगह की खास जरूरतों को समझा जा सके. यहां अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं. सीईओ ने बताया कि उन्होंने पिछले एसआईआर के बाद कितना काम पूरा किया और आगे की प्लानिंग क्या है. आयोग ने हर राज्य से वोटर लिस्ट में नए नाम जोड़ने, पुराने को हटाने और क्वालिफाइंग डेट (यानी वोटर बनने की आखिरी तारीख) को फाइनल करने का टास्क लिया. साथ ही, इलेक्टोरल रोल को सही करने के लिए डोर-टू-डोर वेरिफिकेशन और पब्लिक कैंपेन चलाने की बात भी हुई।




