रिपोर्ट, गनेश माहौर
अति प्राचीन एवं सिद्ध स्थल है श्रीकृष्ण काली पीठ : डॉ. केशवाचार्य महराज
मथुरा। वृन्दावन गोपीनाथ बाज़ार स्थित प्राचीन श्रीकृष्ण काली पीठ में श्रीकृष्ण काली पीठाधीश्वर एवं प्रख्यात भागवताचार्य डॉ. केशवाचार्य महराज के पावन सानिध्य में शारदीय नवरात्रि के उपलक्ष में नव दिवसीय श्रीशतचंडी महायज्ञ का आयोजन अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ चल रहा है जिसके अंतर्गत श्रीदुर्गा सप्तशती पाठ, श्रीदुर्गा चालीसा पाठ, दैनिक हवन एवं मंत्र जाप आदि के अनुष्ठान वैदिक ब्राह्मणों के द्वारा किए जा रहे हैं श्रीकृष्ण काली पीठाधीश्वर डॉ. केशवाचार्य महराज ने कहा कि शारदीय नवरात्रि मां भगवती की उपासना का प्रमुख पर्व है।इसमें श्रीशतचंडी महायज्ञ के आयोजन से मां भगवती अत्यंत शीघ्र प्रसन्न होकर भक्तों को मनवांछित फल प्रदान करती हैं।इसलिए श्रीकृष्ण काली पीठ में वर्ष की दोनों नवरात्रियों में श्रीशतचंडी महायज्ञ वैदिक सनातन संस्कृति एवं श्रीमद् देवीभागवत के अनुसार अत्यंत धूमधाम एवं हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया जाता है बताया कि श्रीकृष्ण काली पीठ अति प्राचीन एवं सिद्ध स्थल है यहां प्रतिष्ठित देवी की प्रतिमा अत्यंत चमत्कारी है जो कि उनके पूर्वजों को यमुना महारानी के केशीघाट पर भूमि के नीचे से प्राप्त हुई थी बाद में उस प्रतिमा को श्रीकृष्ण काली पीठ में प्रतिष्ठित किया गया इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख शिक्षाविद डॉ. विनोद बनर्जी, डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।