जैन तीर्थ सम्मेद शिखरजी की पवित्रता बनाये रखने हेतु मोदी सरकार का फैसला सराहनीय – डी पी गुप्ता
हालांकि सरकार यदि समय रहते पहले ही यह निर्णय ले लेती तो जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज के प्राण बचाए जा सकते थे
सुलतानपुर। भारतीय उद्योग किसान व्यापार मंडल के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डी पी गुप्ता ने जैन धर्म के पवित्र तीर्थ सम्मेद शिखरजी को पर्यटन स्थल बनाने के फैसले पर रोक लगाने के लिए मोदी सरकार के निर्णय की सराहना करते हुए स्वागत किया है।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि झारखंड के गिरिडीह जिले में स्थित सम्मेद शिखरजी को यदि पर्यटन क्षेत्र बनाया जाता तो सिर्फ मौज मस्ती का भाव लेकर आने वाले पर्यटकों की वजह से वहां मांस, शराब का सेवन भी किया जाता जिससे उस क्षेत्र की पवित्रता भंग होती। परम पवित्र आचरण के साथ रहने वाले अहिंसक जैन समाज के लिए अपने पवित्र तीर्थक्षेत्र की ऐसी दुर्दशा असहनीय होती।
हालांकि यदि मोदी सरकार समय रहते जल्द इस पर निर्णय ले लेती तो जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज के प्राण बचाए जा सकते थे। वयोवृद्ध जैन मुनि सुज्ञेयसागर महाराज ने सरकार के निर्णय के विरोध में 25 दिसंबर को ही आमरण अनशन शुरू कर दिया था। दस दिन के अनशन के बाद तीन जनवरी को राजस्थान के सांगानेर में उन्होंने अपने प्राण त्याग दिये थे। जो कि अत्यंत दुखद रहा।