अतीक अब कैदी नंबर 17052:अहमदाबाद की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया, 25 रुपए रोज मिलेगा मानदेय
101 केस। पहली सजा। माफिया अतीक अहमद को उमेश पाल अपहरण केस में आजीवन कारावास की सजा मिलने के बाद उसकी पूरी प्रोफाइल बदल गई है। अहमदाबाद की साबरमती जेल के हाईसिक्योरिटी बैरक में रखा गया अतीक अब कैदी नंबर 17052 के नाम से जाना जाएगा। उसे अकुशल कारीगर के तौर पर उसे 25 रुपए रोज मानदेय मिलेगा।
अतीक अब कैदी नंबर 17052:अहमदाबाद की हाई सिक्योरिटी बैरक में रखा गया, 25 रुपए रोज मिलेगा मानदेय
माफिया को इन बदलावों के साथ काटनी होगी सजा अतीक अहमद को अब 380 ग्राम के बजाय अब 500 ग्राम रोटी खाने को मिलेगी। इसके अलावा उसे दाल-चावल पहले से ज्यादा मिलेगा। कुशल कारीगरों को 40 रुपये रोज मिलता है पर अतीक अहमद अकुशल कारीगर इसलिए उसे केवल 25 रुपए प्रतिदिन के हिसाब से ही मानदेय मिलेगा। अतीक का डाइट चार्ट भी अब बदला जाएगा।
गुरुवार को साबरमती जेल में माफिया को लेकर नए दस्तावेज भी तैयार हुए। सजा पाए कैदियों वाले रजिस्टर में उसका नाम चढ़ाया गया। अब उसे कैदी नंबर 17052 के नाम से जाना जाएगा। अतीक की बैरक में रखे गए घरवाले कपड़े अब पहनने को नहीं दिया जाएगा। उसकी पर्सनल तौलिया, रुमाल अंडर गारमेंट्स आदि छोड़कर बाकी जेल से मिलने वाले कपड़े पहनने को दिए गए हैं।
भोर में ही काम के लिए उठाया जाएगा
अतीक अहमद को अब सुबह 4 बजे ही काम के लिए उठाया जाएगा। अकुशल कारीगर होने के कारण उससे खेती-किसानी, माली, बढ़ई, साफ-सफाई, जानवर पालन आदि काम कराए जाएंगे। ऐसे में माफिया का नाम अब काम करने वाले कैदियों के रजिस्टर में भी दर्ज हो गया। जेल में उसका सरकारी खाता भी खोल दिया गया है। इसी खाते में उसके कमाए रुपये जमा किए जाएंगे। इन रुपयों को अतीक अपने परिवार को भेज सकता है।