राष्ट्रीय लोक अदालत में निपटाये गये कुल 50822 वाद l
ऋण सम्बन्धी वादों में रू0 14 करोड़ 15 लाख 57 हजार 8 सौ 75/-₹ का हुआ समझौता l

(सुल्तानपुर) माननीय सर्वोच्च न्यायालय, नई दिल्ली एवं माननीय राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार आज दिनांक 13.09.2025 दिन शनिवार को माननीय जनपद न्यायाधीश लक्ष्मी कांत शुक्ला की अध्यक्षता में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया, जिसका उद्घाटन माननीय महोदय द्वारा प्रातः 10:00 बजे मीटिंग हाल में दीप प्रज्जवलन के साथ किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत में समस्त पीठासीन अधिकारियों द्वारा अपने-अपने न्यायालय में नियत किये गये वादों को निस्तारित किया गया।

आज आयोजित इस राष्ट्रीय लोक अदालत में परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश, श्री हीरालाल तृतीय, अपर प्रधान न्यायाधीश, अंकिता शुक्ला एवं शालिनी सागर द्वारा कुल 173 वैवाहिक वादों को तथा वैवाहिक सम्बन्धी प्रीलिटिगेशन के 15 वाद को जरिये सुलह समझौता निस्तारित किया गया। लक्ष्मी कांत राठौर, अध्यक्ष मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण द्वारा 82 मोटर एक्सीडेण्ट क्लेम पिटीशन निस्तारित किया गया तथा राधेश्याम यादव, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत सुलतानपुर द्वारा विद्युत एवं बीमा सहित 07 वादों को निस्तारित किया गया।
इस लोक अदालत में जनपद न्यायाधीशं सुलतानपुर द्वारा 02 वाद एवं अपर जनपद न्यायाधीशगण में अपर जनपद न्यायाधीश संतोष कुमार तृतीय द्वारा 02 वाद, निशा सिंह द्वारा 324 वाद, नीरज कुमार श्रीवास्तव द्वारा 02 वाद, जलाल मोहम्मद अकबर द्वारा 02 वाद एवं राकेश द्वारा 02 वाद तथा समस्त अपर जनपद न्यायाधीशगण द्वारा, कुल 2095 प्रीलिटिगेशन बैंक वसूली से सम्बन्धित वादों को निस्तारित किया गया, जिसमें बैंको के ऋण सम्बन्धी वादों में रू0 141557875/-का समझौता किया गया।

उपरोक्त के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री नवनीत सिंह द्वारा 3852 वाद, एवं अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री शुभम वर्मा द्वारा 1610 वाद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सुश्री स्मृति चौरसिया द्वारा 483 वाद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सुश्री मुक्ता त्यागी द्वारा 351 वाद, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, श्री मयूरेश श्रीवास्तव द्वारा 472 वाद, सिविल जज (जू०डि०) उत्तरी, श्री राहुल आनन्द-तृतीय द्वारा 06 वाद, सिविल जज (जू०डि०) दक्षिणी, श्री श्रीमती मनाली चन्द्रा द्वारा 10 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), सुश्री हृतिका श्रीवास्तव द्वारा 121 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), सुश्री प्रगति द्वारा 41 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), सुश्री बुशरा नाज अंसारी द्वारा 40 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), श्री मनीष कुमार द्वारा 355 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), सुश्री अनुबाला द्वारा 40 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), श्री सुधीर कुमार द्वारा 102 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), सुश्री अनुकृति रावत द्वारा 100 वाद, अपर सिविल जज (अ०ख०), श्री प्रतीक द्वारा 41, सिविल जज (जू०डि०) मुसाफिरखाना, श्रीमती दिपांशी चौधरी द्वारा 100 वाद, सिविल जज (सी०डी०) कादीपुर श्री विश्वजीत सिंह द्वारा 117 वाद, सिविल जज (जू०डि०) कादीपुर श्री संतोष कुमार वर्मा द्वारा 107 वाद, अपर सिविल जज प्रवर खण्ड-प्रथम, श्री अविनाश चन्द्र गौतम, द्वारा 416 वाद, सिविल जज प्र०ख० एफ.टी.सी., श्रीमती भव्या श्रीवास्तव द्वारा 143 वाद, सिविल जज (अ०ख०) एफ.टी.सी., सुश्री प्रियंका दिवाकर द्वारा 52 वाद, सिविल जज (अ०ख०) एफ.टी.सी., श्री सत्येन्द्र कुमार मिश्रा द्वारा 54 वाद, न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय गौरीगंज, श्री बृजेन्द्र स्वरूप द्वारा 69 वाद एवं न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय अमेठी, श्री नीरज यादव द्वारा 55, वाद निस्तारित किये गये।
इसके साथ ही जिलाधिकारी सुलतानपुर एवं उनके अधीन कार्यरत समस्त पीठासीन अधिकारियों द्वारा 18124 वाद तथा जिलाधिकारी अमेठी एवं उनके अधीन कार्यरत समस्त पीठासीन अधिकारियों द्वारा 21155 वाद निस्तारित कराये गये ।
भवदीय,
(विजय कुमार गुप्ता) अपर जनपद न्यायाधीश / सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सुलतानपुर




