Bangladesh Unrest: बांग्लादेश में भस्मासुर! यूनुस के पास सिर्फ 5 दिन का वक्त, वरना मचेगा कोहराम।
Bangladesh Jamaat-E-Islami: जमात-ए-इस्लामी समेत आठ इस्लामिक पार्टियों ने यूनुस सरकार को 11 नवंबर तक पांच सूत्री मांगें मानने की चेतावनी दी, वरना ढाका में बड़े प्रदर्शन की धमकी दी है. यह मोहम्मद यूनुस सरकार के खिलाफ बड़े विद्रोह का ऐलान है।

बांग्लादेश में भस्मासुर उतर आया है. जिस जमात-ए-इस्लामी ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश से भागने पर मजबूर कर दिया, अब उसी ने यूनुस सरकार के खिलाफ विद्रोह का बिगुल फूंक दिया है. बांग्लादेश की इस्लामिक पार्टी जमात-ए-इस्लामी ने गुरुवार को चेतावनी दी कि अगर सरकार ने 11 नवंबर तक उनकी पांच सूत्री मांगें नहीं मानीं, तो ढाका में कोहराम मचा देंगे. जमात-ए-इस्लामी के महासचिव मिया गुलाम परवार ने आठ प्रमुख इस्लामिक पार्टियों की बैठक के बाद यह चेतावनी दी. उन्होंने कहा, हम अपनी बातें सरकार के सलाहकारों को सौंप चुके हैं. उन्हें हमारी डिमांड पूरी करनी ही होगी।
ढाका ट्रिब्यून के अनुसार, इससे पहले जमात-ए-इस्लामी के अमीर डॉ. शफीकुर रहमान ने ढाका में पाकिस्तान के उपप्रधानमंत्री इशाक डार से मुलाकात की थी, जिसमें दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने पर चर्चा हुई. परवार ने मांग की कि जुलाई नेशनल चार्टर को तुरंत लागू किया जाए, अन्यथा लाखों लोग 11 नवंबर को ढाका में सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने कहा, सरकार को चाहिए कि इससे पहले ही कदम उठाए, नहीं तो स्थिति हाथ से निकल सकती है।
फाइटर घोषित करने की डिमांड
जुलाई नेशनल चार्टर उन प्रदर्शनकारियों को कानूनी छूट देने का प्रावधान करता है जिन्होंने प्रधानमंत्री शेख हसीना के खिलाफ हुए विद्रोह में हिस्सा लिया था. दस्तावेज में इन्हें जुलाई फाइटर्स कहा गया है. इस चार्टर के संशोधित मसौदे में फासिस्ट अवामी लीग जैसे शब्द जोड़े गए हैं और पुलिस बलों पर पिछले शासन के समर्थन में हत्याएं करने के आरोप लगाए गए हैं. शेख हसीना फिलहाल निर्वासन में हैं. अंतरिम सरकार ने एक कार्यकारी आदेश के तहत अवामी लीग की सभी गतिविधियां निलंबित कर दी हैं. उसके कई नेता या तो जेल में हैं या देश से भाग चुके हैं।




